
आधुनिक औषधि विज्ञान यानी मॉडर्न मेडिकल साइंस प्रयोगों पर आधारित ज्ञान (एक्सपेरिमेंट्स) पर भरोसा करता है जबकि भारतवर्ष के सुदूर जंगलों में रहने वाले आदिवासियों और ग्रामीणजनों द्वारा अपनाए जाने वाला सदियों पुराना पारंपरिक हर्बल ज्ञान बुजुर्गों के अनुभवों (एक्सपेरिएन्सेस) को आधार मानता है। हिंदुस्तान के सुदूर आदिवासी अंचलों से एकत्र किए गए ज्ञान को समेटकर एक किताब के रूप में प्रस्तुत करने का उद्देश्य यही है कि आदिवासियों के पारंपरिक हर्बल ज्ञान को एक “शॉर्ट-कट टूल” की तरह आज़माया जाए तो समय और रुपयों की बचत तो की जा सकेगी, बल्कि आम जनों तक सस्ती सुलभ दवाएँ भी आसानी से उपलब्ध हो जाएँगी। पिछले दो दशकों में माइक्रोबायोलॉजी और इथनोबॉटनी जैसे विषयों का गहनता से अध्ययन और बतौर वैज्ञानिक कार्य करते हुए लेखक ने आदिवासियों के हर्बल ज्ञान को बेहद करीब से जाँचा-परखा है और इस ज्ञान की पैठ दुनियाभर के सामने लाने के लिए डटे हुए हैं। उम्मीद है कि जंगल लेबोरेटरी स्वास्थ्य और बेहतर जीवन से जुड़े जानकारों और इस विषय में रुचि रखने वाले तमाम पाठकों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
Ms Swati Bathwal is a renowned Public health expert and has invited guest speaker Dr Deepak Acharya. Dr Acharya is a Herbalist, a Scientist, a Microbiologist who has authored his first Book, Amazon Best seller Jungle Laboratory. Dr Acharya has worked with the adivasis , tribals in Gond regions and in Central India and Gujarat. He brings his experience about various lifestyle practises which are followed by tribals in India and FILLS THE GAP between what is LOST in Ancient Health Wisdom.
In thi episode:
Dr Acharya's book is published by Penguin House, India and on sale on Amazon, India and Books stores across the country.
Wish you luck in Health.
https://www.amazon.in/Jungle-Laboratory-Swasth-Paramparagat-परम्परागत/dp/0670096369