
बसंत और बहार हमउम्र थे और उस साल सत्रह के हो रहे थे। दोनों बचपन से साथ खेले और साथ ही बड़े हुए। इसी बीच पड़े किसी बरस, जब दोनों को कुछ समझ चढ़ी होगी तब उनमें प्रेम के बीज फूट पड़े। पन्द्रह के होते तक ये प्रेम लहलहाने लगा था और सोलह की उम्र में फ़सल काट ली गयी। Narrated By : Shibha Sehji Written By : Dilip Kumar Kapse #KissaBazaar #HindiStories #ShibhaSandhir #UrduStories #HindiNovel #DilipKumarKapse #UrduNovel #StoryTeller #StoryTelling #HindiStoryTelling #NewStories #StoryTellerShibha #क़िस्साबाज़ार #हिंदीकहानी #दिलीपकुमारकापसे हमारे साथ जुड़ने के लिए Subscribe करें हमारा चैनल #kIssaBazaar और अगर आपको ये वीडियो पसंद आया हो तो Like, Comment, Share ज़रूर करें।