कभी किसी पल ठहर कर ज़िंदगी को मुड़ कर देखें तो ऐसी बहुत सी स्मृतियां मिलती हैं , जिन्हें एक बार फिर से जीने का मन करता है. कुछ मीठे, कुछ खट्टे, कुछ अपने, कुछ अपनों के अनुभव आप सब के साथ बांटना चाहती हूं.
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कभी किसी पल ठहर कर ज़िंदगी को मुड़ कर देखें तो ऐसी बहुत सी स्मृतियां मिलती हैं , जिन्हें एक बार फिर से जीने का मन करता है. कुछ मीठे, कुछ खट्टे, कुछ अपने, कुछ अपनों के अनुभव आप सब के साथ बांटना चाहती हूं.
श्रीकृष्ण को मुरलीधर, श्याम, कन्हैया, बांके बिहारी न जाने कितने ही नामों से पुकारा जाता है . उन्हें सब अलग अलग तरह से पूजते हैं. किसी के लिए वे लड्डू गोपाल हैं और किसी को जुगल जोड़ी प्रिय है. कहीं मीरा उन्हें पति रुप में देखती हैं और किसी के लिए वे गीता का ज्ञान देने वाले पथप्रदर्शक हैं . उन्हीं सर्वप्रिय कान्हा के जीवन का एक प्रसंग भक्तिकाल के कवियों के शब्दों में प्रस्तुत करने का प्रयास किया है. जन्माष्टमी के पावन अवसर पर सप्रेम भेंट!! 🙏🙏
These are few lines on Homemakers which are true irrespective of place or country. I read this heart touching poetry somewhere and presented for you all.
There are traditions that pass from generation to generation & every time we question the sanctity of those practices. Some of them borderline between tradition and superstition, however the warmth of love behind these rituals dwarfs every such thought .... so this podcast is presented to take you through such age old traditions. हमारी संस्कृति में बहुत से ऐसी परंपराएं हैं, जो पीढ़ी दर पीढ़ी निभाई जाती रही हैं. वैचारिक रूप से इनकी सत्यता का प्रमाण नहीं दिया जा सकता है लेकिन इन परंपराओं के पीछे छिपा प्यार खरा सोना है. स्मृतियों के सागर से एक ऐसा ही संस्मरण आप के लिए प्रस्तुत है ......
कभी किसी पल ठहर कर ज़िंदगी को मुड़ कर देखें तो ऐसी बहुत सी स्मृतियां मिलती हैं , जिन्हें एक बार फिर से जीने का मन करता है. कुछ मीठे, कुछ खट्टे, कुछ अपने, कुछ अपनों के अनुभव आप सब के साथ बांटना चाहती हूं.